चंडीगढ़ एक्सप्रेस ट्रेन दुर्घटना, मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका, राहत कार्य जारी
गोंडा जिले के गोंडा- मनकापुर रेलखंड के बीच चंडीगढ़ एक्सप्रेस के 14 डिब्बे पटरी से उतर गए। हादसे में चार लोगों की मौत की खबर है जबकि 14 लोग जख्मी हो गए हैं।
15904 -चंडीगढ़ एक्सप्रेस चंडीगढ़ से गोरखपुर जा रही थी। हादसा मोतीगंज थाना क्षेत्र के पिकौरा गांव के पास हुआ। पौने तीन बजे दो डिब्बे बेपटरी हुए, उसके बाद 12 और डिब्बे पलट गए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लिया है। उन्होंने अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंच कर राहत कार्य में तेजी लाने व घायलों के समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं।
सीएम योगी ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को हर संभव सहायता पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। सीएम के निर्देश पर आसपास के जिलों के सभी अस्पतालों, सीएचसी और पीएचसी को अलर्ट मोड पर रखा गया है। एसडीआरएफ की टीम को मौके पर पहुंच कर राहत कार्यों में तेजी लाने के भी निर्देश दिए गए हैं।
हेल्पलाइन नंबर जारी
पूर्वोत्तर रेलवे के बाराबंकी-गोरखपुर रेल खण्ड पर मोतीगंज-झिलाही स्टेशनों के मध्य डाउन लाइन पर 15904 चण्डीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के हादसे के फलस्वरूप रेल यात्रियों की सहायता हेतु हेल्पलाइन नम्बर जारी किया है।
लखनऊ – 8957409292
गोंडा- 8957400965
सीवान – 9026624251
छपरा – 8303979217
देवरिया सदर- 8303098950
हादसे के कारण इन ट्रेनों के मार्ग में परिवर्तन किया गया है
– 15707 कटिहार-अमृतसर एक्सप्रेस का मार्ग परिवर्तन कर मनकापुर-अयोध्या-बाराबंकी के रास्ते चलाई जा रही है।
-15653 गुवाहाटी-श्रीमाता वैष्णो देवी कटरा एक्सप्रेस का मार्ग परिवर्तन कर मनकापुर-अयोध्या-बाराबंकी के रास्ते चलाई जा रही है। हादसे के बाद ऐसे यात्री जो किसी भी तरह से घायल होने से बच गए थे। वो अपने गंतव्य की ओर रवाना हो गए। हादसे के बाद राहत व बचाव कार्य जारी है। आसपास के अस्पतालों को अलर्ट मोड पर रखा गया है।
घटना के बाद अफसर स्थल पर पहुंच गए हैं और लोगों को निकाल रहे हैं।
अभी तक घटना में तीन मौतों की सूचना है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद घटनास्थल पर एसडीआरएफ की टीम भी मौजूद है। जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक भी मौजूद हैं। सभी अफसर घटनास्थल पर मौजूद हैं और राहत व बचाव कार्य में सक्रिय हैं।
हादसे में घायलों व मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। हादसे के बाद कई ट्रेनों का रूट डायवर्ट कर दिया गया है। हताहतों को ले जाने काम करते राहत व बचाव के कार्य में लगे लोग।