आम आदमी पार्टी से पटियाला लोकसभा क्षेत्र के सांसद रहे डॉ. धर्मवीर गांधी ने आज कांग्रेस का दामन थाम लिया। उन्हें इस बार कांग्रेस पटियाला लोकसभा सीट से ही मैदान में उतार सकती है। इस मौके पर धर्मवीर गांधी ने आम आदमी पार्टी पर तीखा हमला बोला और कहा कि हमारे जैसे हजारों लोगों से चूक हो गई थी, जो AAP में चले गए। उन्होंने कहा, ‘अकेले मैंने ही मार नहीं खाई। देश में हजारों घाघ लोगों ने भी मार खाई। हम सभी लोगों को लगा था कि देश में नई हवा का झोंका आया है। डॉ. धर्मवीर गांधी ने कहा कि हमारा सपना टूट गया। मैं 2014 में आया था और फरवरी 2015 में पार्टी ही छोड़ दी।’
उन्होंने कहा कि जिस तरह प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव का अपमान हुआ और निकाला गया, वह भी बहुत गलत था। गांधी ने कहा कि अब मैं खुली हवा में सांस ले सकूंगा। मेरा कहना है कि यदि लोकतंत्र की रक्षा कोई पार्टी कर सकती है तो वह कांग्रेस ही है। उन्होंने कहा कि मुझे एक आंख से दिखाई नहीं देता है। डायबिटीज है। कई तरह की बीमारियां हैं। मैं यहां सिर्फ चुनाव के लिए नहीं आया हूं। मेरा टिकट से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस मुझे पटियाला से टिकट देती है तो मैं लड़ने के लिए तैयार हूं।
गांधी ने कहा कि पटियाला से महारानी परणीत कौर लड़ेंगी और भाजपा कैंडिडेट के तौर पर वह उतर रही हैं। मैं उन्हें चुनौती दूंगा क्योंकि वह ऐसी पार्टी से लड़ रही हैं, जो लोकतंत्र और संविधान के खिलाफ हैं। धर्मवीर गांधी के पार्टी में आने के बाद प्रदेश अध्यक्ष अमरिंदर राजा वारिंग ने कहा कि ऐसे नेता की हमें जरूरत है। अमरिंदर राजा ने कहा कि उनके आने से पार्टी में मजबूती आएगी और लोग यह समझेंगे कि अच्छे लोग कहां है। भाजपा और आप में जिस तरह से लोग शामिल हुए हैं, उन्हें देखते हुए जनता धर्मवीर गांधी जैसे लोगों की तलाश कर रहे हैं।
इस दौरान पवन खेड़ा ने इलेक्टोरल बॉन्ड पर पीएम नरेंद्र मोदी के बयान पर भी हमला बोला। पीएम ने कहा था कि आज जो लोग इलेक्टोरल बॉन्ड पर हल्ला मचा रहे हैं, वे लोग बाद में पछताएंगे। इस पर पवन खेड़ा ने कहा कि आखिर उन्हें अब ये बातें क्यों याद आई हैं। अदालत में तो सरकार के वकील यही मांग कर रहे थे कि नामों को उजागर न किया जाए। इस बीच जब मीडिया ने सवाल पूछा कि कांग्रेस में आने से पहले उन्हें ईडी और सीबीआई का डर नहीं लगा। इस पर धर्मवीर गांधी ने कहा कि मेरी 75 साल उम्र हो गई है। 5 साल की और बची है, कुछ भी हो जाए। अब डर किसी बात का नहीं है।