जिलाधिकारी ने दिए निर्देश, आंगनबाड़ी केंद्रों में होगी आधुनिक सुविधाओं की व्यवस्था
पौड़ी के आंगनबाड़ी केद्रों को बनाया जाएगा स्मार्ट
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने सभी बाल विकास परियोजना अधिकारियों को निर्देश दिया कि आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों के लिए गोल मेज, छोटी कुर्सियां, शिक्षण अधिगम सामग्री और पोषण वाटिका जैसी मूलभूत सुविधाएं हर हाल में हों. उन्होंने रसोई गैस की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए जिला कार्यक्रम अधिकारी को जिला पूर्ति अधिकारी से समन्वय करने के निर्देश भी दिए.
सोलर लाइट और दीवारों पर पेंटिंग से सजेंगे आंगनबाड़ी केंद्र
जिलाधिकारी स्वाति भदौरिया ने कहा कि जिन केंद्रों में बिजली की सुविधा नहीं है, वहां सौर ऊर्जा का प्रयोग किया जाए. साथ ही दीवारों पर बच्चों की शिक्षा और मनोरंजन से जुड़ी आकर्षक पेंटिंग कराई जाए ताकि माहौल बाल-मनोविज्ञान के अनुरूप हो. जिलाधिकारी ने नए आंगनबाड़ी भवनों के लिए 3-डी डिज़ाइन तैयार करने के निर्देश दिए.
जिले में 237 आंगनबाड़ी भवनों का निर्माण कार्य जारी
डीएम ने स्पष्ट निर्देश दिए कि भवनों की मरम्मत केवल बाहरी साज-सज्जा तक सीमित न हो, बल्कि शौचालय, पीने का पानी, रसोई और बच्चों की गतिविधियों के लिए उपयुक्त जगह को भी शामिल किया जाए. डीएम ने बताया फिलहाल जिले में 237 आंगनबाड़ी भवनों का निर्माण कार्य प्रगति पर है, इसे लेकर अधिकारियों को जल्द से जल्द निर्माण कार्य को पूरा करने के निर्देश दिए हैं.
60 केंद्र होंगे पहले चरण में आदर्श
डीएम ने बताया कि प्रथम चरण में 60 आंगनबाड़ी केंद्रों को उत्कृष्ट सुविधाओं से लैस किया जाएगा. इनमें शैक्षिक, पोषण संबंधी और खेलकूद की पूरी व्यवस्था होगी. भविष्य में इस मॉडल को अन्य केंद्रों तक भी विस्तारित किया जाएगा. डीएम ने निर्देश दिया कि हर एक आंगनबाड़ी केंद्र में महीने में एक दिन ‘प्रतिभा दिवस’ मनाया जाए, ताकि बच्चों की छिपी हुई प्रतिभा सामने आ सके और उनका आत्मविश्वास बढ़े.