स्मार्ट स्कूलिंग की दिशा में कदम: जिलाधिकारी ने शिक्षा अधिकारियों को दिए निर्देश
जिलाधिकारी सविन बंसल ने मुख्य शिक्षा अधिकारी प्रदीप रावत एवं समस्त खंड शिक्षा अधिकारियों को स्कूलों को स्मार्ट बनाने की दिशा में प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए।
नैनीताल और अल्मोड़ा में डीएम रहते स्कूलों को स्मार्ट बनाने का प्रयोग कर चुके डीएम सविन बंसल ने अब यही पहल देहरादून में शुरू कर दी है। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। निर्देश दिए कि कोई भी बच्चा किसी भी स्कूल में जमीन पर बैठकर पढ़ता हुआ नहीं दिखे। चॉक वाले ब्लैक बोर्ड की जगह डिजिटल स्क्रीन अनिवार्य होगी। प्रत्येक कक्षा कक्ष में कम से कम 2 एलईडी बल्ब लगे होंगे।
जिलाधिकारी सविन बंसल ने मुख्य शिक्षा अधिकारी प्रदीप रावत एवं समस्त खंड शिक्षा अधिकारियों को स्कूलों को स्मार्ट बनाने की दिशा में प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने मुख्य शिक्षा अधिकारी को स्कूलों में फर्नीचर उपलब्ध कराने के साथ ही सभी स्कूलों में टीवी लगाने, कक्षाओं में व्हाइट बोर्ड लगाने, कक्षा एक से पांच तक के छोटे बच्चों के लिए झूले लगाने, कक्षाओं को स्मार्ट बनाते हुए सौंदर्यीकरण और आकर्षक पेंटिंग किए जाने आदि के प्रस्ताव तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
उन्होंने प्रत्येक स्कूल में अखबार, मैगजीन, शब्दकोश और महापुरुषों की जीवनियां अनिवार्य रखे जाने के निर्देश भी दिए। इसके अलावा जिलाधिकारी ने मूलभूत सुविधाएं बिजली, शुद्ध पेजयल एवं पानी की टंकियों व शौचालयों में सफाई को दुरुस्त करने के निर्देश दिए। साथ ही स्कूलों में बच्चों को पौष्टिक आहार सुनिश्चित किए जाने के लिए कहा। बैठक में खंड शिक्षा अधिकारी विनिता कठैत, निशा, कुंदन सिंह, उपशिक्षा अधिकारी डोईवाला धनवीर सिंह बिष्ट आदि मौजूद रहे।
आउटडोर स्पोर्ट्स के साथ बढ़ाई जाएंगी खेल सुविधाएं
जिलाधिकारी ने बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए पठन-पाठन के साथ ही खेल गतिविधियों के तहत कम से कम एक वॉलीबाल-बास्केटबाल की सुविधा दिए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्कूलों में कम से कम एक आउटडोर स्पोर्ट्स सुविधा और अन्य खेल सुविधाएं बनाई जाएंगी। उन्हाेंने कक्षा 6 से 12 तक के बच्चों के लिए स्कूलों में खेल अवस्थापना विकसित किए जाने के निर्देश दिए।