पंजाब के खरड़ में एचआरटीसी बस पर तोड़फोड़, आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी

हिमाचल प्रदेश:- हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) की  हमीरपुर यूनिट की बस पर पंजाब के मोहाली के पास खरड़ में हुए तोड़फोड़ के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। मामले की जांच जारी है। यह जानकारी एचआरटीसी प्रबंधन की ओर से दी गई है। जानकारी के अनुसार चंडीगढ़-हमीरपुर मार्ग पर चलने वाली बस मंगलवार शाम 6:15 बजे चंडीगढ़ से रवाना हुई। लेकिन खरड़ के पास बस पर लाठी-डंडों लिए अज्ञात व्यक्तियों ने हमला किया। हमलावरों  ने घटनास्थल से भागने से पहले विंडस्क्रीन और कई खिड़कियों के शीशे तोड़ दिए। इस दौरान यात्री और बस के चालक और परिचालक पूरी तरह से सहम गए। जब तक चालक परिचालक और सवारियां कुछ समझ पातीं हमलावर वहां से फरार हो गए।  हमलावरों ने अपनी कार की नंबर प्लेट पर कागज लगा दिए थे, जिससे पहचान मुश्किल हो गई थी। हालांकि, हमले में सभी यात्री और बस चालक दल सुरक्षित हैं।  एचआरटीसी प्रबंधन के अनुसार मामले में एफआईआर दर्ज की गई है, और एसएएस नगर पुलिस मोहाली मामले की सक्रियता से जांच कर रही है। एचआरटीसी अपने यात्रियों और कर्मचारियों की सुरक्षा निश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।

मोहाली में तोड़फोड़ का शिकार हुई बस के ड्राइवर ने पुलिस को बताया कि शाम को खरड़-कुराली राष्ट्रीय राजमार्ग पर दो अज्ञात लोग सिख वेश में बस (एचपी-67-ए-1321) में चढ़े और डंडे मारते हुए शीशे तोड़कर कुराली की ओर फरार हो गए। बस ड्राइवर रवि कुमार और कंडक्टर लवली कुमार ने बताया कि चंडीगढ़ से हमीरपुर के लिए बस आईएसबीटी 43 से शाम छह बजे रवाना हुई थी। इस दौरान एक यात्री ने खरड़ सिटी पुलिस स्टेशन में घटना की जानकारी दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने दुर्घटनाग्रस्त बस को मौके से हटवाया और कब्जे में लेते हुए जांच शुरू कर दी। उधर, एचआरटीसी के हमीरपुर के मंडलीय प्रबंधक राजकुमार ने कहा कि उच्च अधिकारियों की ओर से पंजाब पुलिस को सूचित कर दिया है।

पंजाब से हिमाचल आ रहे दोपहिया वाहनों पर प्रतिबंधित झंडे लगाकर घूमने पर प्रदेश पुलिस की कार्रवाई का पंजाब में विरोध के नाम पर हुड़दंग शुरू हो गया है। होशियारपुर में खालिस्तान समर्थक युवाओं ने हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) की बसों को रोककर उन पर जबरन जनरैल सिंह भिंडरावाले के पोस्टर चस्पां कर दिए और इन्हें न उतारने के लिए धमकाया। मोहाली के खरड़ में खालिस्तान समर्थकों ने एचआरटीसी की बस रोककर उस पर पथराव कर शीशे तोड़ दिए। पंजाब के अन्य स्थानों पर भी ऐसी घटनाएं सामने आई हैं। कई जगह रास्ते में गाड़ियां रोककर पोस्टर लगाए गए हैं। घटनाक्रम के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने पर यह मामला हिमाचल विधानसभा में भी उठा।

बजट सत्र के प्रश्नकाल के बाद पॉइंट ऑफ ऑर्डर के दौरान नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर की ओर से उठाए मामले पर मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि इस बारे में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से बात की जाएगी। विधानसभा में जयराम ठाकुर ने कहा कि पड़ोसी राज्य के कुछ युवक भिंडरावाले के झंडे लगाकर प्रदेश में आ रहे हैं और नारेबाजी कर रहे हैं। हिमाचल के बैरियर तोड़े जा रहे हैं और स्थानीय लोगों और कर्मचारियों पर हमले कर रहे हैं। स्थिति यह है कि हिमाचल से पंजाब होते हुए चलने वाली बर्सी पर जहां मुख्यमंत्री सुक्खू की फोटो लगी होती है, वहां साथ में भिंडरावाले के पोस्टर लगाए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री को इस मामले पर पंजाब के मुख्यमंत्री से बात करनी चाहिए। वहीं बुधवार को मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि हिमाचल की बसों को पंजाब में सुरक्षा मिलेगी। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से फोन पर बात हुई है। पंजाब के मुख्यमंत्री ने सुरक्षित वातावरण मुहैया कराने का आश्वासन दिया है। मामले पर दोनों राज्यों के डीजीपी स्तर पर भी वार्ता होगी।  मुख्यमंत्री ने विधानसभा में बताया कि पंजाब हमारा बड़ा भाई है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बसों पर पथराव और अशांति फैलाने वालों पर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। सुक्खू ने कहा कि हम सभी धार्मिक गुरुओं का सम्मान करते हैं, लेकिन माहौल खराब करना अनुचित है।

एचआरटीसी की ड्राइवर यूनियन के अध्यक्ष मान सिंह ने कहा कि अगर ऐसे ही हालात रहे तो वह पंजाब में बर्से से जाना बंद कर देंगे। चालकों, परिचालकों और सवारियों की सुरक्षा पहले है। बुधवार को इस बारे में सरकार से बात करेंगे। पंजाब से कुछ श्रद्धालुओं की ओर से भिंडरावाले के झंड़े लगाकर मणिकर्ण घाटी आकर माहौल को बिगाड़ने के मामले में घाटी के लोग अब उग्र हो गए हैं। लोगों ने इस मामले को लेकर गुरुवार को जिला मुख्यालय में आकरप्रर्दशन करने का एलान किया गया। साथ में जिला प्रशासन और पुलिस से मांग की है कि इस तरह के श्रद्धालुओं के साथ सख्ती से निपटा जाए। लोगों का प्रतिनिधित्व करने वाले अमन सूद ने चेतावनी दी है कि अगर पुलिस और प्रशासन इसके बावजूद भी कोई ठोस कदम नहीं उठाता है तो घाटी में ग्राम डिफेंट कमेटियां गठित कर स्वयं ही ऐसे श्रद्धालुओं से निपटा जाएगा। फिलहाल प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों तक अपनी बात पहुंचाने के लिए 20 मार्च को ढालपुर मैदान में प्रदर्शन किया जाएगा और उपायुक्त कुल्लू को ज्ञापन सौंपा जाएगा।

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