निप्पॉन स्टील और यूएस स्टील की साझेदारी के बीच ट्रंप का नया कदम
‘अगले हफ्ते लागू होंगे नए शुल्क’
व्हाइट हाउस ने सोशल मीडिया पोस्ट में बताया कि ये नए शुल्क अगले हफ्ते से लागू होंगे। ट्रंप ने सत्ता में लौटने के बाद से कई देशों पर आयात शुल्क लगाए हैं, जिनमें अमेरिका के सहयोगी और विरोधी दोनों शामिल हैं। इससे वैश्विक व्यापार व्यवस्था में उथल-पुथल मच गई है।
‘यूएस स्टील पर अमेरिका का ही नियंत्रण रहेगा’
अपने भाषण में ट्रंप ने यह भी कहा कि यूएस स्टील अब भी अमेरिकी नियंत्रण में ही रहेगा, चाहे साझेदारी जापान की निप्पॉन स्टील से क्यों न हो। उन्होंने कहा कि इस समझौते के बाद न तो किसी की नौकरी जाएगी और न ही कोई काम विदेश जाएगा।समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, ट्रंप ने कहा, “अमेरिका का भविष्य ‘शंघाई के घटिया स्टील’ पर निर्भर रहने के बजाय ‘पिट्सबर्ग की ताकत और गौरव’ के साथ निर्मित किया जाना चाहिए।”
यूएस स्टील को निप्पॉन स्टील को बेचने का पहले चौदह अरब डॉलर का प्रस्ताव आया था, जिसे डेमोक्रेट और रिपब्लिकन दोनों दलों ने खारिज कर दिया था। जो बाइडन ने राष्ट्रपति पद छोड़ने से पहले इसे राष्ट्रीय सुरक्षा के आधार पर रोक दिया था।
अब भी साफ नहीं है सौदे की सच्चाई: मजदूर संघ
हालांकि, इस नई साझेदारी को लेकर अब भी काफी सवाल उठ रहे हैं। यूनाइटेड स्टीलवर्कर्स यूनियन ने बुधवार को बयान जारी कर कहा, “निप्पॉन अब भी कहता है कि वह सिर्फ तभी निवेश करेगा जब वह यूएस स्टील का पूरा मालिक बन जाएगा। हमें ऐसा कुछ नहीं पता जिससे हम कह सकें कि उनकी राय बदली है।”बता जें ट्रंप पहले निप्पॉन की पूरी तरह से यूएस स्टील को खरीदने की योजना के खिलाफ थे, लेकिन अब उन्होंने संकेत दिए हैं कि निवेश को लेकर वह तैयार हैं। उन्होंने कहा कि इस साझेदारी से अमेरिका में सत्तर हजार नौकरियां पैदा होंगी और अमेरिकी अर्थव्यवस्था को चौदह अरब डॉलर का फायदा होगा।
हालांकि यूनियन का कहना है कि उन्हें यह नहीं बताया गया कि चौदह अरब डॉलर में से कितना पैसा यूनियन से जुड़े वर्क स्टेशन पर खर्च होगा।