आढ़त बाजार की शिफ्टिंग के लिए मुआवजे का वितरण तय, एमडीडीए बोर्ड की मंजूरी का लंबित

शहर के सबसे बड़े बाटलनेक आढ़त बाजार की शिफ्टिंग में फंसी मुआवजे की बाधा भी दूर कर दी गई है। सभी छह श्रेणियों में मुआवजा तय किए जाने के बाद इसके वितरण की कार्यवाही मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) की बोर्ड बैठक के अनुमोदन के इंतजार में लंबित थी।
मंगलवार को आयोजित बोर्ड बैठक में मुआवजे की दरों पर मुहर लगा दी गई हैं। एमडीडीए उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी के मुताबिक मुआवजे की दरें बोर्ड से पास हो जाने के बाद अब इसका वितरण कर व्यापारियों को शिफ्ट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
आढ़त बाजार शिफ्टिंग परियोजना में संपत्ति की श्रेणी और सड़क की चौड़ाई के हिसाब से मुआवजे की छह श्रेणी तय की गई हैं। हालांकि दरों पर मुहर से पहले ही पटेलनगर कोतवाली के पास की जमीन पर नए आढ़त बाजार का निर्माण शुरू किया जा चुका है। अब इस काम में और तेजी आएगी। साथ ही मुआवजा बांटने के क्रम में सहारनपुर चौक से तहसील चौक तक लोक निर्माण विभाग की सड़क को फोरलेन करने की योजना भी गति पकड़ सकेगी।
मुआवजे की ये हैं दरें
• श्रेणी, दर (वर्गमीटर)
• ओपन एरिया (आवासीय), 50 हजार रुपए (15 प्रतिशत अतिरिक्त)
• ओपन एरिया (कमर्शियल), 55 हजार रुपए (15 प्रतिशत अतिरिक्त)
• कमर्शियल भूमि दर, 55 हजार रुपए (15 प्रतिशत अतिरिक्त)
• कमर्शियल (निर्माण सहित), 77 हजार रुपए (15 प्रतिशत अतिरिक्त)
• आवासीय भूमि दर, 50 हजार रुपए (15 प्रतिशत अतिरिक्त)
• आवासीय (भवन), 12 हजार रुपए (15 प्रतिशत अतिरिक्त)
• सड़क की चौड़ाई 15 मीटर
तो अतिरिक्त मिलेगा मुआवजा
आढ़त बाजार शिफ्टिंग की परियोजना में यह व्यवस्था भी की गई है कि यदि संपत्ति 15 मीटर चौड़ी सड़क पर स्थित है तो उस स्थिति में 15 प्रतिशत अतिरिक्त मुआवजा दिया जाएगा।
नए स्थल पर 35 हजार की दर पर प्लाट
आढ़त बाजार शिफ्टिंग परियोजना में प्रभावित होने वाले कारोबारियों और अन्य व्यक्तियों को अतिरिक्त राहत दी गई है। नए स्थल पर प्लाट का आवंटन मुआवजे के मुकाबले काफी कम दर पर किया जाएगा। यह दर करीब 35 हजार रुपए प्रति वर्गमीटर तय की गई है।
18 से 24 मीटर होगी सड़क की चौड़ाई
चौड़ीकरण में शामिल सहारनपुर चौक से तहसील चौक के बीच की 1.55 किलोमीटर सड़क की अभी औसत चौड़ाई 18 मीटर है। आढ़त बाजर क्षेत्र में यह चौड़ाई और भी कम है। इससे पूरे क्षेत्र में जाम की स्थिति बनी रहती है। एंबुलेंस तक को निकालने का रास्ता नहीं मिल पाता।
अब प्रस्ताव के मुताबिक चौड़ाई 24 मीटर हो जाने के बाद जाम की समस्या काफी हद तक दूर की जा सकेगी। लोनिवि प्रांतीय खंड ने चौड़ीकरण कार्य के लिए करीब 28 करोड़ रुपए की डीपीआर तैयार की है। हालांकि, मुआवजे के क्रम में अब डीपीआर में भी शीघ्र आवश्यक संशोधन कर इस कार्य में भी तेजी लाई जाएगी।
18 माह तय की गई है परियोजना की अवधि
एमडीडीए उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी के मुताबिक निर्माण नए स्थल पर आढ़त बाजार के विकास की 100 करोड़ रुपए की परियोजना के लिए 18 माह की अवधि तय की गई है। नए स्थल पर सड़क निर्माण के साथ ही प्रोटेक्शन वाल और मल्टीलेवल कार पार्किंग का निर्माण किया जा रहा है।
ये अहम पड़ाव पहले किए जा चुके पार
• भूमि हस्तांतरण, सर्किल रेट के मुताबिक 222.79 करोड़ रुपये की 7.7493 हेक्टेयर भूमि हस्तांतरित
• भूमि का उपयोग आवासीय व कुछ कृषि है, इसे कमर्शियल करने को 33.41 करोड़ रुपये का शुल्क माफ किया गया
• सहारनपुर चौक से तहसील चौक तक सड़क चौड़ीकरण के लिए शिफ्ट होने वाले कारोबारी व अन्य व्यापारी लोनिवि के पक्ष में रजिस्ट्री करेंगे। इसकी रजिस्ट्री में लगने वाले 3.31 करोड़ रुपये के स्टांप शुल्क को भी कैबिनेट में माफ किया गया।
नए आढ़त बाजार में चार प्रकार के प्लाट
• नए आढ़त बाजार स्थल में 60, 120, 180 व 240 वर्गमीटर के प्लाट तैयार किए जाएंगे। इसी के मुताबिक मुआवजे की गणना की जाएगी।
• उदाहरण के लिए यदि किसी कारोबारी की आढ़त बाजार में 120 वर्गमीटर की जगह थी और वह नए स्थल पर 60 वर्गमीटर की जगह चाह रहा है तो उसे शेष आकार के हिसाब से मुआवजा देने का प्रविधान किया गया है। इसी तरह आकार में कमी व अधिकता के हिसाब से गणना की गई है।
• शहर के अन्य क्षेत्रों के आढ़ती भी नए बाजार में स्थल आवंटित करा सकते हैं। इसके लिए शिफ्टिंग के साथ प्लाट खरीद दोनों विकल्प उपलब्ध हैं।
परियोजना के ये भी प्रमुख बिंदु
• आढ़त बाजार में 55 भवन प्रभावित हो रहे हैं।
• 301 भवन आढ़त बाजार से इतर चौड़ीकरण परियोजना में आंशिक रूप से प्रभावित होंगे।

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