विजय देवराकोंडा और चिरंजीवी ने बताया, बाथरूम में करते हैं क्या मिडिल क्लास हरकतें
साउथ स्टार्स की अक्सर डाउन टु अर्थ दिखने की वजह से तारीफ होती है। हाल ही में हैदराबाद में हुए एक इवेंट में विजय देवराकोंडा और चिरंजीवी एक साथ बैठे तो उन्होंने अपनी मिडिल क्लास आदतों पर बात की। विजय ने बताया कि उनकी जिंदगी भले ही बदल गई हो लेकिन उनका दिमाग पहले जैसा ही है। चिरंजीवी ने भी बताया कि वह कैसे घर की लाइट्स बंद करते घूमते हैं।
शैंपू की बोतल में भरते हैं पानी
रविवार को हैदराबाद में तेलुगु डिजिटल मीडिया फेडरेशन की तरफ से एक इवेंट हुआ। इसमें विजय देवराकोंडा और चिरंजीवी अपने परिवार और करियर से जुड़ी बातें कीं। विजय बोले, मेरी जिंदगी बहुत बदल गई है लेकिन दिमाग में मैं अभी भी मिडिल क्लास लड़का हूं। अभी भी मेरी आदत है जब शैंपू की बोतल लगभग खाली हो जाती है तो इसमें पानी डाल देता हूं ताकि फेंकने से पहले इसको पूरा निकाल लूं।
लाइट बंद करते घूमते हैं चिरंजीवी
चिरंजीवी ने बताया कि वह ऐसा ही साबुन के साथ करते हैं। वह बोले, मैं छोटे-छोटे साबुन के टुकड़ों को जोड़ लेता हूं और फेंकने के बजाय इसे एक हफ्ते तक चला लेता हूं। मेरे परिवार की बिजली बर्बाद करने की आदत है। मैं पूरे घर में घूमकर लाइट बंद करता रहता हूं। राम चरण हाल ही में अपनी लाइट्स बंद किए बिना बैंकॉक चले गए थे। मैंने बंदकी थी। मैं पानी भी कंजर्व करने पर बहुत ध्यान देता हूं।
परिवार को एक रखते हैं चिरंजीवी
चिरंजीवी का परिवार काफी बड़ा है। विजय ने उनसे पूछा कि वह अपने परिवार की गाइडिंग लाइट हैं। उनसे पहले कौन था। इस पर चिरंजीवी ने जवाब दिया, उनके पिता (वेंकट राव)। चिरंजीवी ने बताया कि उन्होंने परिवार की देखभाल करना अपने पिता से सीखा। बताया कि परिवार के लोग कितने भी बिजी हों, वह और उनकी पत्नी सुरेखा ध्यान रखते हैं कि साल के कुछ मौकों पर सब साथ में खाना खाएं। चिरंजीवी ने यह भी बताया कि जब वह बड़े स्टार नहीं थे तब सेट पर उन्हें बेइज्जत किया गया था। उनसे कहा गया था, क्या तुम खुद को सुपरस्टार समझते हो? चिरंजीवी ने कहा कि उन्हें बेइज्जती महसूस हुई थी। उन्हें ऐसे बात नहीं करनी चाहिए थी लेकिन उस दिन तय कर लिया था कि एक दिन सुपरस्टार बनूंगा।